मुम्बई हमले के शहीद अशोक, कीर्ति चक्र से सम्मानित !
26 जनवरी 2009 !
राष्ट्रपति ने मुम्बई हमलों के शहीदों को देश के सर्वोच्च शौर्य सम्मान, अशोक और कीर्ति चक्रों से सम्मानित कर नतमस्तक राष्ट्र की ओर से श्रद्धांजलि अर्पित की है।सशस्त्र सेनाओं के कर्मियों को 13 कीर्ति चक्र, 31 शौर्य चक्र और वीरता के लिये 91 सेना पदकों समेत बहादुरी और विशिष्ट सेवाओं के लिये 428 पदक दिए जाने को भी राष्ट्रपति प्रतिभा देवी सिंह पाटिल ने मंजूरी दी है। इनमें पांच नौसेना पदक, पांच वायु सेना पदक, 29 परम विशिष्ट सेवा पदक, दो उत्तम युद्ध सेवा पदक, 51 अति विशिष्ट सेवा पदक, पांच युद्ध सेवा पदक, 124 विशिष्ट सेवा पदक, उत्तम ड्यूटी के लिये 41 सेना पदक, उत्तम सेवा के लिये 14 वायु सेना पदक शामिल हैं।वीरता के लिए दो तटरक्षक पदक और उल्लेखनीय सेवा के तीन तटरक्षक पदक दिए जा रहे हैं।गणतंत्र दिवस की मुख्य परेड में 11 अशोक चक्र प्रदान किए जाएंगे जिनमें 15 अगस्त को घोषित दो अशोक चक्र भी शामिल हैं। एनएसजी के कमांडो मेजर संदीप उन्नीकृष्णन और हवलदार गजेन्द्र सिंह के अलावा महाराष्ट्र के एटीएस प्रमुख हेमंत कमलाकर करकरे, मुम्बई के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त अशोक मारूतराव काम्टे और मुठभेड विशेषज्ञ विजय शाहदेव सालस्कर को अशोक चक्र से सम्मानित किया जा रहा है जिन्होंने मुम्बई पर आतंकवादी हमला करने वालों का सामना करते हुए अपने प्राणों की आहूति दे दी थी। अशोक चक्र पाने वालों में दिल्ली के बटला हाउस की मुठभेड में शहीद हुए दिल्ली पुलिस के इंस्पेक्टर मोहन चंद शर्मा का नाम भी शामिल है । सेना के कर्नल जोजान थॉमस और हवलदार बहादुर सिंह बोहरा को भी अशोक चक्र से मरणोपरांत सम्मानित करने की घोषणा की गयी है ।महाराष्ट्र पुलिस के इंस्पेक्टर शशांक चंद्रशेखरसेन शिंदे, कांस्टेबल आर.चिट्टे, कांस्टेबल रामचंद्र पवार और होमगार्ड मुकेश मीकाजी जाधव को कीर्ति चक्र से मरणोपरांत सम्मानित किया गया है। कीर्ति चक्र पाने वालों में लेफ्टीनेंट कर्नल सौरभ सिंह शेखावत, ले. कर्नल ओसिरिस दास, कैप्टन पारस लिम्बू , सूबेदार इंद्र बहादुर, हवलदार आर.संतोष तानाजी, रेल मंत्रालय के नियानंद वोरा और इंजीनियर कोर के सैपर वी सतीश के नाम भी शामिल हैं।शौर्य पदक से सम्मानित 30 अन्य जांबाज हैं - सीमा सडक संगठन के जालिम सिंह (मरणोपरांत) मेजर राजेश सिंह, मेजर अमित, मेजर चिराग सिंह बराक, मेजर श्रीनिवासन विक्रम चेरियन, मेजर रमन यादव, मेजर विजयकांत चौहान, मेजर राजिंदर कुमार शर्मा, कैप्टन कुलदीप राज, कैप्टन अनिल दीवान, कैप्टन रविंदर सिंह, लेफ्टीनेंट पी.सिवाच, सूबेदार ध्यान सिंह (मरणोपरांत), हवलदार त्रिभुवन सिंह, लांस हवलदार अजीज मोहम्मद (मरणोपरांत), नायक सुखदेव, लांस नायक बनई सिंह, सिपाही सुन्नी तोमर, सिपाही रवींदर शर्मा, रायफल मैन बी.सुनील सिंह, प्रवीण सिंह, ग्रुप कैप्टन सूर्यकांत चिंतामन चाफेकर, सुपरिटॆंडेंट सड़क निर्माण सुंदरम (मरणोपरांत) सहायक कार्यपालक अभियंता संतोष कुमार सिंह (मरणोपरांत), ड्राइवर सुरेन्द्र पाल (मरणोपरांत), ड्राइवर जयकीर्ति सिंह राव (मरणोपरांत), कैप्टन अमितेन्द्र कुमार सिंह , नायक मनीष पीवी, कंडक्टर डीटीसी प्रीतम लाल (मरणोपरांत), देव कुमार (आईटीवीपी- मरणोपरांत) ।इनके अलावा वीरता के लिए 91 सेना पदक भी प्रदान किए गए हैं।शेष पदकों में उल्लेखनीय सेवाएं देने वालों के नाम शामिल हैं।