Wednesday, May 28, 2014

आइजीआइएमएस में इलाज कराने में बिगड़ रही तबीयत

सुविधाओं का अभाव, रजिस्ट्रेशन के लिए घंटों लाइन में खड़े रहते हैं रोगी
आइसीयू में बेड की कमी
फिलहाल परिसर में 19 बेड का ही आइसीयू है. यहां भरती होने के लिए मरीज के परिजनों को पैरवी करनी पड़ती है. स्थिति ऐसी है कि गंभीर मरीज आइसीयू के लिए तड़पते रह जाते हैं. इसका लाभ दलाल उठाते हैं. वह व्यवस्था की खामियां बता मरीज को निजी अस्पताल ले जाते हैं. दलालों की तो जेब गरम हो जाती है, लेकिन मरीज की जेब खाली. प्रसव के लिए ओटी बना. स्त्री विभाग में महज दो-चार महिलाएं सिर्फ जांच के लिए आती हैं. ओटी में अब तक एक भी डिलेवरी नहीं हुई. वजह ओटी में मशीन नहीं है, जबकि मशीन खरीद के लिए निविदा भी हुई.
रजिस्ट्रेशन में परेशानी
आइजीआइएमएस में एक छोटे से काम के लिए घंटों इंतजार करना पड़ता है. चाहे वह रजिस्ट्रेशन कराना हो या जांच के लिए रसीद लेना. काम में विलंब की वजह पूछने पर कर्मियों का जवाब होता है सुबह से काम कर रहे हैं. क्या नजर नहीं आ रहा है.
सीटी स्कैन खराब
सीटी स्कैन मशीन दो साल से खराब है. मशीन खराब होने के कारण मरीजों को परेशानी हो रही है. जांच के लिए बाहर जाने वाले मरीज के परिजनों को दलाल कम कीमत में जांच कराने का झांसा देते हैं. वे ऐसे सेंटर में जांच के लिए ले जा रहे हैं, जहां की रिपोर्ट काम की नहीं है. अल्ट्रासाउंड मशीन चार हैं, जिनमें तीन खराब हैं. इस कारण मरीजों को आठ दिन पहले नंबर लगाना पड़ता है. जांच में विलंब होने पर मरीज दलालों के चक्कर में पड़ जाते हैं. दलालों की डील इमरजेंसी के समीप चाय की दुकान पर होती है. वे सुबह में एक-दूसरे से मिलते हैं और बोली लगाते हैं. घंटे के आधार पर बोली लगती है.
गंदगी से मच्छरों का प्रकोप
अस्पतालों में गंदगी का अंबार है. वार्ड से लेकर परिसर में जहां-तहां कचरा फेंका हुआ रहता है. बची कसर नाले का पानी व गंदा बाथरूम पूरी कर देता है. इस कारण मच्छरों का प्रकोप ज्यादा है.
बंद हो गयी धर्मशाला
नर्सिग कॉलेज खोलने के नाम पर मरीज के परिजनों का ठिकाना उजड़ गया. धर्मशाला बंद करते समय संस्थान प्रशासन ने छह माह में नया धर्मशाला तैयार करने की बात कही थी, जिसके लिए डॉ सीपी ठाकुर ने एमपी फंड से 60 लाख रुपये देने का वादा भी किया, लेकिन अब तक धर्मशाला नहीं बनी. बताया गया कि एक साल पहले ही योजना विभाग के इंजीनियरिंग सेल में पैसा आवंटित कर दिया गया था. अस्पताल में एक साल से कैंटीन बंद है. इस कारण परिजनों को खाने के लिए बाहर जाना पड़ता है. परिजनों के लिए परिसर में रैन बसेरा है, लेकिन यहां बिजली,पानी व शौचालय की व्यवस्था नहीं है. समीप ही गंदगी भी है. मच्छरों का प्रकोप अधिक है.
ओपीडी का बाथरूम गंदा
इमरजेंसी में मरीजों के लिए बाथरूम नहीं है.ओपीडी में बाथरूम ऐसा है कि जहां जाने के बाद दोबारा जाने की हिम्मत नहीं करेंगे. सभी यूरेनल टूटे हुए हैं. मरम्मत के नाम पर संस्थान प्रशासन सिर्फ आश्वासन देता है.
बाथरूम का सामान गायब : राजधानी के विभिन्न इलाकों में पुल निर्माण निगम ने शौचालय बनवाये थे. एक शौचालय मरीज के परिजनों के लिए परिसर में भी बनाया, लेकिन बनने के बाद वह आज तक शुरू नहीं हो पाया. स्थिति ऐसी है कि सारा सामान चोर ले गये. बस नाम का शौचालय रह गया है.
लिफ्ट डेढ़ साल से खराब
मधेपुरा के भूपेंद्र नारायण यादव (70) को इमरजेंसी में भरती कराया गया था. दूसरे दिन जेनरल वार्ड में शिफ्ट करना था. जब स्ट्रेचर के जरिये चौथी मंजिल स्थित जेनरल वार्ड में ले जाने की बात हुई तो परिजन के हाथ-पांव फूलने लगे. पता चला कि चौथी मंजिल के लिए कोई लिफ्ट नहीं है और उसे सीढ़ी के सहारे जाना पड़ेगा. किसी तरह मरीज को चौथी मंजिल पर शिफ्ट किया गया.









बंगाल में विलुप्त होते झूमर लोकसंगीत को दर्शाती फिल्म झुमुरा

निर्देशन में शुरुआत करने जा रहे अनिंद्यो चटर्जी की फिल्म झुमुरा में पश्चिम बंगाल के उस मशहूर लोकसंगीत झूमुर को दर्शाया गया है, जो आज विलुप्त होने की कगार पर है.

सामूहिक बलात्कार के बाद दो बहनों की हत्या

उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले में दिल दहला देने वाली एक घटना में दो चचेरी बहनों को कथित रुप से सामूहिक बलात्कार के बाद फांसी लगाकर मार दिया गया. घटना से आक्रोशित लोगों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाकर पूरे थाने को निलम्बित करने और मुख्यमंत्री को मौके पर बुलाने की मांग करते हुए रास्ता जाम किया.

Saturday, March 15, 2014

नाम अक्षर से जानिए किस स्त्री या पुरुष के साथ कैसा रहेगा प्रेम प्रसंग.

  नाम अक्षर से जानिए किस स्त्री या पुरुष के साथ कैसा रहेगा प्रेम प्रसंग
उज्जैन। सभी 12 राशियों का स्वभाव अलग-अलग होता है और इन राशियों के कारण संबंधित लोगों का स्वभाव और भविष्य बनता है। राशि स्वभाव के आधार पर ही हमारे रिश्ते, मित्रता, प्रेम-प्रसंग निर्भर होते हैं।
यदि आप जानना चाहते हैं कि आपका प्रेम प्रसंग किस स्त्री या पुरुष के साथ कैसा रहेगा तो यहां अपने नाम अक्षर के अनुसार जानिए...
राशि अनुसार नाम अक्षर
आपके नाम का पहला अक्षर किस राशि के अंर्तगत आता है और अन्य राशि के नाम अक्षर...
मेष- चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, आ.
वृष- ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो
मिथुन- का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, ह
कर्क- ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो
सिंह- मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे
कन्या- ढो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो
तुला- रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते
वृश्चिक- तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू
धनु- ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढा, भे
मकर- भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी
कुंभ- गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा
मीन- दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची

चुनाव के रंग कार्टून के संग: देखें राजनीति की लोटपोट करने वाली तस्वीर.

  चुनाव के रंग कार्टून के संग: देखें राजनीति की लोटपोट करने वाली तस्वीरें
जयपुर: राजस्थान सहित पूरे देश में लोकसभा चुनाव के तारीख की घोषणा के साथ ही राजनीति के गलियारे में उठापटक अपने चरम पर है। इसके बीच नेता एक दूसरे पर अपनी मुंह की पिचकारी से आरोपों की बौछार करने में लगे हैं। कोई गले लगाकर तो कोई घर-घर घूमकर लोगों को रिझाने में लगा हुआ है। ऐसे में सबसे बड़ी समस्या उन दलों के लिए है जिनके उम्मीदवार बागी बन दल छोड़ चुके हैं। रूठने मनाने के इस दौर में अनेकों तस्वीरें देखने को मिल रही हैं। वहीं आम आदमी इस सोच में पड़ा है कि कौन सा नेता हमारे काम का है। कुछ लोग इस बात को लेकर परेशान हैं कि कौन हमारा विकास करेगा तो कुछ लोग इस सोच में बैठें हैं कि कौन हमारी जेब का ख्याल करेगा। इन सबके बीच शहजादे और फेंकू जैसे शब्द भी सोशल साइट्स पर मजाक का जरीया बन चुके हैं। 
 एक कहावत तो आपने सुनी ही होगी कि, "जो बात हजार शब्द नहीं कह पाते वो एक तस्वीर कह देती है...।"

तकनीक की ताकत:6 घंटे में बनाया अंडरब्रिज, देखने वालों का लगा मेला.

 

  तकनीक की ताकत: 6 घंटे में बनाया अंडरब्रिज, देखने वालों का लगा मेला
मंदसौर:गीता भवन अंडरब्रिज निर्माण के साथ अभिनंदन नगर के 30 हजार रहवासियों का लंबा इंतजार गुरुवार को पूरा हुआ। दोपहर 2.40 बजे शुरू हुआ काम 6 घंटे में पूरा हो गया। रेलवे के 15 से अधिक इंजीनियरों के साथ तकनीकी विशेषज्ञों की टीम 100 से अधिक श्रमिकों के साथ जुटी रही। रात 8.49 बजे ट्रेन के निकलते ही अंडरब्रिज निर्माण पूरा होने का इंतजार कर रहे लोग खुश हो गए।
 अभिनंदन नगर क्षेत्र का होगा विकास
 गीताभवन अंडरब्रिज का निर्माण होने से क्षेत्र के 30 हजार से अधिक लोगों को लाभ होगा। अभिनंदन नगर, पदमावती नगर, अग्रसेन नगर, बुरहानी नगर सहित करीब 15 कॉलोनी वाले क्षेत्र के 30 हजार से अधिक लोग गीता भवन रेलवे फाटक से आवाजाही करते हैं। 
 यह रहा खास
  • दोपहर 2.40 बजे: इंदौर-उदयपुर ट्रेन के पास होते ही तकनीकी टीम ने अंडरब्रिज का मोर्चा संभाला। क्रेन से पटरी हटाई गई। तीन पोकलेन जमीन की खुदाई में जुटी।
  • शाम 4.40 खुदाई कर पोकलेन से अलग-अलग हिस्सों में तकनीकी टीम ने जमीन की लेवलिंग की। इसके बाद सीमेंट के स्लैब जमाने का काम शुरू हुआ।
  • शाम 5.15 बजे अंडरब्रिज के बॉक्स लगाने का काम शुरू हुआ। हर बॉक्स लगाने में औसतन 8 से 10 मिनट का समय लगा।
  • शाम 6.50 बजे 12 बॉक्स लगाने के बाद ट्रैक तैयार करने का निर्णय। क्रेन से पटरी उठाई। नए अंडरब्रिज पर पटरी लगाने के बाद उसे कसा।
  • रात 8.20 बजे ट्रैक की टेक्निकल टेस्टिंग हुई।

मिलिए आमिर की स्टाइलिश बेटी से.


 
मुंबई। बॉलीवुड एक्टर आमिर खान फिल्मों में हमेशा अपने हटके अंदाज के लिए पहचाने जाते हैं। वैसे, आमिर ज्यादातर अपनी फिल्मों में ही बिजी रहते हैं, लेकिन जब बारी आती है परिवार के लिए समय निकालने की, तो उसमें भी वह पीछे नहीं हटते हैं। आमिर ने हमेशा अपनी पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ में संतुलन बनाए रखा है।
आमिर की दो पत्नियां हैं। उनकी पहली पत्नी रीना हैं। हालांकि, आमिर उनसे पूरी तरह से अलग हो चुके हैं। वह अभी पत्नी किरण के साथ अपनी जिंदगी बिता रहे हैं।
 आमिर और रीना
आमिर ने रीना दत्ता से 18 अप्रैल 1986 में शादी की थी। रीना ने ‘कयामत से कयामत तक’ में एक छोटा से रोल निभाया था। आमिर ने साल 2002 में रीना को तलाक दिया और उनसे अलग हो गए।
 रीना-आमिर के हैं दो बच्चे
रीना-आमिर के दो बच्चे हैं। इनमें एक बेटा है और दूसरी बेटी। बेटे का नाम जुनैद(21 साल) है और बेटी का नाम इरा(17 साल)। इरा और जुनैद अभी पढ़ाई कर रहे हैं। आमिर के बेटे जुनैद को लेकर चर्चा है कि वह जल्द ही बॉलीवुड में एंट्री कर सकते हैं।
 आमिर और किरण राव
साल 2002 में रीना से अलग होने के बाद, 28 दिसंबर 2005 में आमिर ने किरण राव से शादी कर ली। किरण ने शादी के बाद से लेकर अब तक आमिर को खूब सपोर्ट किया है। वह फिल्मों में भी आमिर की मदद करती हैं। आमिर भी किरण को बेहद मानते हैं और समय-समय पर उनसे सलाह लेते रहते हैं।
 आमिर-किरण का है एक बेटा
आमिर-किरण के बेटे का नाम आजाद है। आजाद लगभग 2 साल का है। आमिर, आजाद का बहुत ध्यान रखते हैं। आजाद ने आईवीएफ तकनीक के जरिए सरोगेट मदर से जन्म लिया।
वैसे, आमिर अपनी पहली पत्नी रीना से अलग भले ही हो गए हैं, लेकिन उनके संपर्क में वह आज भी हैं। रीना के साथ उनके बच्चे भी आमिर के टच में रहते हैं।
(ऊपर की तस्वीर में ग्रीन-ब्लैक साड़ी में इरा हैं)

Friday, March 14, 2014

प्रेमिका की हत्या,ओलिंपिक स्टार ऑस्कर ने टॉयलेट में की थी.

जोहानिसबर्ग: नकली पैरों के साथ ओलिंपिक में सक्षम एथलीट्स को टक्कर देने वाले स्टार ब्लेड रनर ऑस्कर पिस्टोरियस अब हत्यारे के नाम से चर्चा में हैं। पिछले साल वेलेन्टाइन्स डे पर उन्होंने अपनी गर्लफ्रेंड रीवा स्टीनकैंप की हत्या की थी, इस बात की पुष्टि हो चुकी है।


साउथ अफ्रीकी पुलिस द्वारा जारी की गईं वारदात के वक्त की तस्वीरें पिस्टोरियस के गुनाह की गवाही देती हैं।


डेली मेल पर जारी हुई रिपोर्ट के मुताबिक पिस्टोरियस ने एक झगड़े के बाद रीवा की गोली मारकर हत्या की थी। खुद का बचाव करने के लिए उन्होंने कहा था कि उन्होंने अनजाने में रीवा को गोली मार दी। 


डेली मेल पर पोस्ट की गईं तस्वीरें वीभत्स हैं। उनमें पिस्टोरियस बिना शर्ट के सिर्फ शॉर्ट्स पहने खड़े हैं। उनका बायां हाथ और शॉर्ट्स खून में लथपथ हैं।


पुलिस ने उनके बाथरूम की तस्वीरें भी जारी की हैं, जिनमें मॉडल रीवा का खून साफ देखा जा सकता है। पिस्टोरियस के शरीर पर कोई घाव नहीं था। इसलिए यह साफ है कि वहां पड़ा खून रीवा का ही है।


हीरो से बने जीरो


ऑस्कर पिस्टोरियस जब महज सवा साल के थे, तब एक जेनेटिक डिफेक्ट के कारण उनके दोनों पैर काटने पड़े थे। वे बचपन से ही प्रॉस्थेटिक लेग्स (कृत्रिम पैर) के सहारे चल रहे हैं। बचपन से चंचल रहे ऑस्कर ने एथलेटिक्स में नाम कमाया। स्टील से बने ब्लेड्स प्रॉस्थेटिक्स लेग की जगह पहनकर उन्होंने ब्लेड रनर का नाम हासिल किया। 


पैरालिम्पिक में वे 6 गोल्ड, 1 सिल्वर और 1 ब्रॉन्ज मेडल जीत चुके हैं। 2012 के लंदन ओलिंपिक में भी वे उतरे थे। नकली पैरों के साथ ओलिंपिक में हिस्सा लेने वाले वे दुनिया के पहले एथलीट थे। 400 मीटर रेस में वे सेमी फाइनल तक क्वालिफाई करने में भी सफल हुए थे। सेमी फाइनल में वे 8वें पायदान पर रहे थे।


लंदन ओलिंपिक में कमाल करने के बाद वे एथलेटिक्स वर्ल्ड के हीरो बन गए थे, लेकिन महज एक साल बाद गर्लफ्रेंड की हत्या के बाद वे हीरो से जीरो बन गए।

Wednesday, February 5, 2014

भाजपा

आरक्षण संबंधी बयान नई बहस छेड़ने की कोशिश: भाजपा
भाजपा ने जातीय आधार पर आरक्षण के खिलाफ कांग्रेस महासचिव जनार्दन द्विवेदी के रख को ट्रायल बलून कहते हुए आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ पार्टी जानबूझकर भ्रष्टाचार और महंगाई के मुद्दों पर सरकार विरोधी भावनाओं को दरकिनार करने के लिए नई बहस छेड़ने की कोशिश कर रही है।
    राज्यसभा में भाजपा के उपनेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि यह मुझे ट्रायल बलून सा लगता है। देश में नई बहस छेड़ने का जानबूझकर प्रयास किया जा रहा है। यह सही नहीं है। उन्होंने कहा कि हमारा मानना है कि सरकार के खिलाफ माहौल है। बेरोजगारी, महंगाई, भ्रष्टाचार और विकास तथा सुरक्षा की कमी जैसे मुद्दों पर सरकार के खिलाफ माहौल है।
   प्रसाद ने कहा कि इसे दरकिनार करने के लिए दो तरह की कोशिशें की जा रहीं हैं। एक कोशिश सांप्रदायिकता-धर्मनिरपेक्षता की बहस शुरू करने की है और दूसरी यह नया ट्रायल बलून है। उन्होंने कहा कि यह गंभीर मामला है और इसका संज्ञान लिया जाना चाहिए क्योंकि कांग्रेस के एक वरिष्ठ महासचिव ने यह मुददा उठाया है जिन्हें गांधी परिवार के करीब समझा जाता है और जिन्हें राहुल गांधी और सोनिया गांधी के भाषण लिखने के लिए उनकी आवाज समझा जाता है। प्रसाद ने कहा कि भाजपा ने संसद में इस मुद्दे को पुरजोर तरीके से उठाया और सरकार को कहना पड़ा कि इस तरह का कोई प्रस्ताव नहीं है।