भाजपा ने जातीय आधार पर आरक्षण के खिलाफ कांग्रेस महासचिव जनार्दन
द्विवेदी के रख को ट्रायल बलून कहते हुए आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ पार्टी
जानबूझकर भ्रष्टाचार और महंगाई के मुद्दों पर सरकार विरोधी भावनाओं को
दरकिनार करने के लिए नई बहस छेड़ने की कोशिश कर रही है।
राज्यसभा में भाजपा के उपनेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि यह मुझे ट्रायल बलून सा लगता है। देश में नई बहस छेड़ने का जानबूझकर प्रयास किया जा रहा है। यह सही नहीं है। उन्होंने कहा कि हमारा मानना है कि सरकार के खिलाफ माहौल है। बेरोजगारी, महंगाई, भ्रष्टाचार और विकास तथा सुरक्षा की कमी जैसे मुद्दों पर सरकार के खिलाफ माहौल है।
प्रसाद ने कहा कि इसे दरकिनार करने के लिए दो तरह की कोशिशें की जा रहीं हैं। एक कोशिश सांप्रदायिकता-धर्मनिरपेक्षता की बहस शुरू करने की है और दूसरी यह नया ट्रायल बलून है। उन्होंने कहा कि यह गंभीर मामला है और इसका संज्ञान लिया जाना चाहिए क्योंकि कांग्रेस के एक वरिष्ठ महासचिव ने यह मुददा उठाया है जिन्हें गांधी परिवार के करीब समझा जाता है और जिन्हें राहुल गांधी और सोनिया गांधी के भाषण लिखने के लिए उनकी आवाज समझा जाता है। प्रसाद ने कहा कि भाजपा ने संसद में इस मुद्दे को पुरजोर तरीके से उठाया और सरकार को कहना पड़ा कि इस तरह का कोई प्रस्ताव नहीं है।
राज्यसभा में भाजपा के उपनेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि यह मुझे ट्रायल बलून सा लगता है। देश में नई बहस छेड़ने का जानबूझकर प्रयास किया जा रहा है। यह सही नहीं है। उन्होंने कहा कि हमारा मानना है कि सरकार के खिलाफ माहौल है। बेरोजगारी, महंगाई, भ्रष्टाचार और विकास तथा सुरक्षा की कमी जैसे मुद्दों पर सरकार के खिलाफ माहौल है।
प्रसाद ने कहा कि इसे दरकिनार करने के लिए दो तरह की कोशिशें की जा रहीं हैं। एक कोशिश सांप्रदायिकता-धर्मनिरपेक्षता की बहस शुरू करने की है और दूसरी यह नया ट्रायल बलून है। उन्होंने कहा कि यह गंभीर मामला है और इसका संज्ञान लिया जाना चाहिए क्योंकि कांग्रेस के एक वरिष्ठ महासचिव ने यह मुददा उठाया है जिन्हें गांधी परिवार के करीब समझा जाता है और जिन्हें राहुल गांधी और सोनिया गांधी के भाषण लिखने के लिए उनकी आवाज समझा जाता है। प्रसाद ने कहा कि भाजपा ने संसद में इस मुद्दे को पुरजोर तरीके से उठाया और सरकार को कहना पड़ा कि इस तरह का कोई प्रस्ताव नहीं है।